
इस आयोजन ने न केवल दिल्ली और मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक शोभा को बढ़ाया है, बल्कि भारत की सनातन परंपरा, गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक वैभव का एक अद्वितीय संगम प्रस्तुत किया है —जो हमारी विरासत को जीवंत बनाता है।
हम सभी का यह सामूहिक दायित्व है कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को न केवल संजोएं, बल्कि अगली पीढ़ियों तक आदरपूर्वक पहुंचाएं।